Bihar Board 12th Physics Top 15 Quesstion 2024: कक्षा 12 वी का Physics से परीक्षा मे पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न यहाँ से जरूर पढे ,Sarkari Board
1.आमीटर को वोल्टमीटर में कैसे बदलेंगे ? (How will you change an ammeter into voltmeter ?)
गैल्वेनोमीटर की कुण्डली के समान्तर क्रम में एक अल्प प्रतिरोध (शंट) जोड़कर आमीटर बनाया जाता है। जब गैल्वेनोमीटर से उत्तर- शंट (shunt) को हटाकर कुण्डली के श्रेणी क्रम में एक बड़ा प्रतिरोध जोड़ देते हैं तो बने यंत्र को वोल्टमीटर कहा जाता है।.
2. धारामापी में प्रयुक्त चुम्बक के ध्रुव खण्ड बेलनाकार (Cylindrical) आकृति के क्यों होते हैं ? (Why pole pieces of magnet used in galvanometer are cylindrical in shape ?)
उत्तर- चुम्बक के ध्रुव खण्ड बेलनाकार होने के कारण बल रेखाएँ त्रैज्य क्षेत्र (radial field) उत्पन्न करती हैं तथा कुण्डली के केन्द्र से गुजरती है। इसका फायदा यह होता है कि कुण्डली की प्रत्येक अवस्था में बल रेखाएँ उसके तल में ही रहती है। इससे बलयुग्म के आघूर्ण का मान हमेशा iBAn न्यूटन मीटर होता है।
3. दो गतिमान आवेशों के बीच कैसा बल लगता है?
उत्तर- दो स्थिर आवेशों के बीच केवल वैद्युत बल लगता है जबकि गतिमान आवेशों के बीच चुम्बकीय बल भी लगता है। इस बल का मान आवेशों के वेग पर निर्भर करता है। यदि कोई प्रेक्षक v चाल से आवेशों के समान्तर चले तो उसे केवल विद्युतीय बल अनुभव होता है। उसके सापेक्ष दोनों आवेश स्थिर होते हैं। विभिन्न वेगों से गति करते हुए प्रेक्षकों को दो गतिमान आवेशों के बीच विभिन्न चुम्बकीय बलों का अनुभव होता है।
4. चुम्बकीय बल रेखाएँ एक दूसरे को काटती नहीं है, क्यों?(Winy magnetic lines of force do not cut each other ?)
उत्तर- किसी चुम्बकीय क्षेत्र में चुम्बकीय बल रेखाएँ वे Continuous curve है जिसके किसी बिन्दु पर खींची गयी स्पर्श रेखा उस बिन्दु पर क्षेत्र की तीव्रता की दिशा प्रदर्शित करती है। चुम्बकीय बल रेखाऐं एक दूसरे को काटती नहीं है क्योंकि इनके कटान का अर्थ यह होगा कि कटान बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र की दो दिशाएँ होंगी लेकिन एक बिन्दु पर क्षेत्र की दिशा एक ही होती है।
5. प्रतिचुम्बकीय पदार्थ के किन्हीं दो गुणों को लिखें। (Write any two properties of a diamagnetic matariat
उत्तर- (i) प्रतिचुम्बकीय पदार्थ चुम्बकीय क्षेत्र में रखने पर कमजोर क्षेत्र की ओर गतिमान होते हैं। (ii) वाह्य क्षेत्र में ये विपरीत चुम्बकन प्राप्त करते हैं जो क्षेत्र के शून्य होते ही समाप्त हो जाता है।
6. स्थायी चुम्बक बनाने में इस्पात तथा विद्युत चुम्बक बनाने में नरम लोहे का प्रयोग किया जाता है, क्यों ? (Why steel is used in making permanent magnet, while soft iron is used in making electromagnet?
उत्तर-इस्पात की चुम्बकीय धारणशीलता नरम लोहे की तुलना में काफी अधिक तथा चुम्बकीय प्रवृत्ति काफी कम होती है। वर्तन होता है जिसे इस्पात को चुम्बकित करने पर वह अपने चुम्बकत्व को काफी देर तक बनाए रख सकता है। नरम लोहे का चुम्बकत्व तुरंत समाप्त 26 चुम्बकत्व है। नरम लोहे की चुम्बकीय प्रवृत्ति काफी अधिक होती है, जिससे वह चुम्बकत्व को high degree तक प्राप्त करता है।
7. चुम्बकीय शैथिल्य क्या है तथा coersive force क्या है ? (What do you mean by magnetic hysteresis and coersive force ?)
उत्तर- जब कोई चुम्बकीय पदार्थ चुम्बकीय चक्र से गुजरता है तो Field increasing graph तथा Field decreasing graph का संपाती न होना चुम्बकीय शैथिल्य कहा जाता है। चुम्बक में अवशेष चुम्बकत्व को समाप्त करने के लिए विपरीत दिशा में लगाया गया field ही coersive force कहा जाता है।
8. विचुम्बकन की प्रक्रिया को समझावें । (Explain the process of demagnetisation.)
उत्तर- डोमेन के सिद्धान्त के अनुसार चुम्बकीय पदार्थों में अनेक सूक्ष्म डोमेन होते हैं। छड़ के चुम्बकित हो जाने पर ये पूर्णतः क्षेत्र की दिशा के समान्तर हो जाते हैं। जब छड़ को उच्च ताप तक गर्म किया जाता है तो डोमेनों का संरेखन खराब हो जाता है जिससे वे अस्त- व्यस्त हो जाते हैं। परिणामतः इनका परिणामी चुम्बकीय आघूर्ण शून्य हो जाता है और छड़ विचुम्बकित हो जाती है।
9. पृथ्वी के चुम्बकीय तत्त्व क्या हैं?(What are magnetic elements of earth ?)
उत्तर- किसी स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय बल क्षेत्र के मान और दिशा का पूर्ण ज्ञान जिन राशियों से होता है उन्हें चुम्बकीय तत्त्व कहा जाता है। ये निम्न हैं- (i) दिक्पात (Declination), (ii) नति या नमन कोण, तथा (iii) क्षैतिज तीव्रता ।
10. चुम्बकीय याम्योत्तर से आप क्या समझते हैं ? (What do you mean by magnetic meridian ?)
उत्तर- जब किसी छड़ चुम्बक को धागे से लटकाया जाता है तो यह अपने को उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थिर कर लेता है। चुम्बक के नक्ष से गुजरता लम्बवत् तल ही उस स्थान पर चुम्बकीय याम्योत्तर कहा जाता है।
11. चुम्बकीय याम्योत्तर से आप क्या समझते हैं ? (What do you mean by magnetic meridian ?)
उत्तर- जब किसी छड़ चुम्बक को धागे से लटकाया जाता है तो यह अपने को उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थिर कर लेता है। चुम्बक के अक्ष से गुजरता लम्बवत् तल ही उस स्थान पर चुम्बकीय याम्योत्तर कहा जाता है।
12. उदासीन बिन्दु से आप क्या समझते हैं ? (What do you mean by neutral point ? )
उत्तर- जिस बिन्दु पर कुल प्रेरण शून्य हो, वह बिन्दु उदासीन बिन्दु कहलाता है। जिस चुम्बकीय क्षेत्र में बल रेखाएँ खींची जाती हैं वह साधारणतया दो चुम्बकीय क्षेत्रों से बना होता । पहला पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता का क्षैतिज घटक (B) और दूसरा चुम्बक या चुम्बकीय क्षेत्र । अतः क्षेत्र में बल रेखाएँ खींचने पर कुछ स्थान प्राप्त होते हैं जिन पर दोनों बलों के मान बराबर किन्तु विपरीत दिशा में हो जाते हैं। इन स्थानों पर दोनों बल एक दूसरे को संतुलित कर देते हैं जिससे उस स्थान से कोई बल रेखा नहीं गुजरती है। वहाँ चुम्बकीय सुई रखने पर विक्षेप नहीं होता है। इस तरह उदासीन बिन्दु पर चुम्बक के क्षेत्र की तीव्रता तथा पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता का क्षैतिज घटक बराबर और विपरीत होते हैं, उदासीन बिन्दु कहे जाते हैं।
13. चुम्बकीय तूफान (Magnetic storm) क्या है ? (What is magnetic storm ?)
उत्तर- – चुम्बकीय तत्त्वों में होने वाले नियमित परिवर्तन (दीर्घकालिक, वार्षिक, दैनिक इत्यादि) के अलावा कभी-कभी अचानक उम्र परिवर्तन होता है जिसे चुम्बकीय तूफान कहते हैं ।
14. चुम्बकत्व के आधुनिक सिद्धांत के अनुसार चुम्बकत्व का कारण क्या है? (According to modern theory of magnatism. What is the cause of magnetism?)
उत्तर- चुम्बकत्व का आधुनिक सिद्धान्त (Modern theory of magnetism)- चुम्बकत्व का परमाणवीय मॉडल परमाणु संरचना से संबद्ध है। प्रत्येक परमाणु में एक धनावेशित न्यूक्लियस होता है जिसके चारों ओर इलेक्ट्रॉन विभिन्न कक्षाओं में परिक्रमा करते हैं। इलेक्ट्रॉन की कक्षीय गति एक सूक्ष्मधारा के तुल्य होती है। अतः यह धारणा बनी कि कक्षीय गति के कारण चुम्बकत्व उत्पन्न होता है और परमाणु को चुम्बकीय आघूर्ण होता है। इलेक्ट्रॉन के कक्षीय गति के अलावा चक्रण गति होती है जिससे परमाणु में चुम्बकीय आघूर्ण होता है। अतः परिणामी चुम्बकीय आघूर्ण दोनों आघूर्णो के योग के बराबर होता है।
15. कभी-कभी बिजली के स्विच को अचानक बन्द करने पर बल्ब फ्यूज कर जाता है। क्यों? (Sometimes it is seen that when electric bulb is suddenly switched off the bulb is fused. Why?)
उत्तर—परिपथ तोड़ने पर धारा का मान महत्तम से शून्य हो जाता है जिससे फ्लक्स रेखाओं के घटने की दर अधिक हो जाती है। फलस्व स्वप्रेरण के कारण उच्च विश्वा• बल उत्पन्न होता है इससे बल्ब में एक क्षणिक प्रबल प्रेरित धारा मुख्य धारा के अनुदिश प्रवाहित होते जिससे बल्ब ऊष्मीय प्रभाव से फ्यूज हो जाता है।
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